पीएम मोदी की सैलरी, नरेंद्र मोदी की सैलरी कितनी है, प्रधानमंत्री की सैलरी क्या है, पीएम मोदी सैलरी, मोदी की तनख्वाह, पीएम मोदी पेमेंट
क्या आपको पता है, भारत के प्रधानमंत्री को कितनी सैलरी मिलती है, यह सवाल हर किसी के मन में एक न एक बार जरूर आता है, की हमारे देश के प्रधानमंत्री जी की तनख्वाह कितनी है, उन्हें हर महीने कितने पैसे मिलते है,इस आर्टिकल में हम आपको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सैलरी और उनको क्या क्या सुविधाएं दी जाती है, सब की जानकारी देने वाले हैं। यह आर्टिकल परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए भी उपयोगी है, इसीलिए अगर आप सरकारी नौकरी की तैयारी भी कर रहे हैं, तो भी आपको यह आर्टिकल पूरा पढ़ना चाहिए। आर्टिकल में हम सबसे पहले भारत के प्रधानमंत्री पद के बारे में पढ़ेंगे, इसके बाद हम इनकी सैलरी, सुविधाएं, पेंशन और ताकत के बारे में जानेगे।
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भारत का प्रधानमंत्री
भारत जैसे बड़े देश को शासित करना आसान नहीं है। यह बहुत बड़ा देश है, दुनिया में सबसे बड़ी और सबसे घनी आबादी वाले देशो में से एक है, जिसे सामाजिक जातियों द्वारा विभाजित किया गया है, और एक अपेक्षाकृत युवा देश है, भारत ने 1947 में ब्रिटेन से स्वतंत्रता प्राप्त की है।
भारत की सरकार के प्रमुख भारत के राष्ट्रपति हैं, लेकिन यह काफी हद तक एक औपचारिक स्थिति है। अधिकांश वास्तविक शक्ति मुख्य कार्यकारी के साथ निहित है, जिसे यहाँ प्रधानमंत्री कहा जाता है। भारत ने वर्षों तक ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा रहने के बाद ब्रिटिश प्रणाली को अपनाया है, और यहाँ की शासन प्रणाली ब्रिटिश सरकार जैसी ही है।
भारत की संसद का सबसे बड़ा दायित्व या फिर सबसे मुख्य काम प्रधान मंत्री को चुनना ही है। क्युकी प्रधानमंत्री ही सरकार यानी मंत्रिपरिषद का गठन करते हैं। प्रधानमंत्री मंत्री मंडल का अध्यक्ष और शाशन प्रणाली का मुख्या होता है। देश को चलाने की जिम्मेदारी प्रधान मंत्री के पास ही होती है। इसीलिए जब भी देश में आम चुनाव होते हैं, देश का सबसे बड़ा मुद्दा पीएम उम्मीदवार ही होता है।
प्रधानमंत्री की सैलरी
अंग्रेजी वेबसाइट विकिपीडिया के अनुसार भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को दो लाख रूपए महीने की सैलरी मिलती है, अमेरिकन डॉलर में यह सैलरी 2800 डॉलर होती है। प्रधानमंत्री को सैलरी के साथ साथ एक संसद की सभी सुविधाएं भी मिलती है, उनको एक हाई प्रोफाइल सिक्योरिटी यानि एसपीजी सिक्योरिटी भी दी जाती है।
उनकी मासिक सैलरी का संक्षिप्त विवरण कुछ इस प्रकार है।
- बेसिक पेय – 50000
- खर्चे के लिए – 3000
- अन्य खर्चे के लिए – 2000 रुपए प्रति दिन
कुल मिलाकर उनकी सैलरी एक लाख 58 हज़ार रूपए है।
प्रधानमंत्री को एक पर्सनल विमान और कई चार्टर प्लेन दिए जाते हैं, इसके साथ साथ इनके पास कई हाई बुलेट प्रूफ गाड़ियां होती है। प्रधानमंत्री का घर 7 लोक कल्याण मार्ग में होता है, और उस क्षेत्र को पंचवटी कहा जाता है।
प्रधानमंत्री दश का संवैधानिक मुख्या होता है, उसको कई सुविधाएं दी जाती है, कई सुविधाएं का अनुमान तो आप लगा भी नहीं सकते। प्रधानमंत्री के काफिले में 35 गाड़ियां, दो सो सुरक्षाकर्मी, एक एम्बुलैस और राज्य पुलिस की टुकड़ियां होती है। सभी गाड़ियां बुलेट प्रूफ होती है, और बम एवं मिसाइल का भी हमला बर्दाश्त करने की क्षमता रखती है।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा
जैसा की मैंने ऊपर में बताया की पीएम को सैलरी और अन्य भत्ते एवं सुविधाएं मिलती है, इसके साथ साथ पीएम को उच्च स्तरीय अभेद सुरक्षा भी मिलती है।
विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) 1988 में भारत की संसद के एक अधिनियम द्वारा “भारत के प्रधान मंत्री और भारत के पूर्व प्रधान मंत्री और उनके तत्काल परिवारों के सदस्यों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए” भारत की एक सुरक्षा बल है। एसपीजी को देश में सबसे अधिक पेशेवर, सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षित और अच्छी तरह से सुसज्जित सुरक्षा एजेंसी कहा जा सकता है।
वर्तमान में 3,000 सक्रिय फाॅर्स एसपीजी में कार्य करते हैं , अप्रैल 1985 में गठित एसपीजी प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी की हत्या उसके अंगरक्षकों द्वारा अक्टूबर 1984 में करने के बाद की गयी थी। सचिवों की एक समिति द्वारा समीक्षा किए जाने के बाद, SPG एक इकाई के रूप में लागू हुई। नई दिल्ली और बाहर दोनों जगह पीएम को सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक नामित अधिकारी द्वारा नियंत्रित।
प्रधानमंत्री की शक्तियां
प्रधानमंत्री कैबिनेट मंत्रियों का नेता होता है। सरकार की मुख्य कार्यकारी शक्तियाँ प्रधानमंत्री में निहित होती हैं जबकि राष्ट्रपति राज्य का नाममात्र का प्रमुख होता है। इसलिए, राष्ट्रपति राज्य का प्रमुख होता है जबकि प्रधानमंत्री सरकार का प्रमुख होता है। क्युकी देश सरकार से ही चलती है, तो प्रधानमंत्री को ही इस देश का मुख्या माना जाता है। और देश से सम्बंधित सभी बड़े निर्णय प्रधानमंत्री के द्वारा ही लिए जाते हैं।
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 75 में कहा गया है कि भारत का एक प्रधानमंत्री होगा जिसे राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाएगा।
प्रधान मंत्री की शक्तियाँ बहुत बड़ी हैं और उनका अधिकार महान है। उन्हें कैबिनेट-आर्च के ‘कुंजी-पत्थर’ के रूप में कहा जाता है, ‘कम सितारों के बीच एक चंद्रमा’ या ‘एक सूरज जिसके चारों ओर मंत्री ग्रहों की तरह घूमते हैं’। उनकी तुलना इंग्लैंड के प्रधान मंत्री से की जाती है, जिनकी शक्तियाँ अति-मितव्ययी हैं। प्रधान मंत्री के उल्लेखित कार्य उनके अधिकार के परिमाण को दर्शाते हैं।
प्रधानमंत्री के कार्य मुख्य रूपसे निम्न है।
सरकार का गठन करना: प्रधानमंत्री का पहला दायित्व है, की वो एक सरकार का गठन करें। सरकार के गठन से तातपर्य मंत्रिपरिषद की नियुक्ति है। संविधान विशेष रूप से यह प्रावधान देता है कि राष्ट्रपति प्रधान मंत्री की सलाह पर मंत्रियों की नियुक्ति करेगा। 42 वें संशोधन अधिनियम 1976 के पारित होने से पहले, उनकी सलाह को राष्ट्रपति द्वारा स्वीकार किया जाता था। राष्ट्रपति एक अनिच्छुक प्रधान मंत्री पर अपनी पसंद का जोर नहीं लगा सकता है। यह पीएम पर है की वह किस टीम का गठन करता है।
कार्यो का बंटवारा: प्रधानमंत्री अपनी पसंद के अनुसार व्यक्तिगत मंत्री को विभागों का आवंटन करता है। उन्हें अपने सहयोगियों के बीच कार्यालयों के आवंटन की समय-समय पर समीक्षा करने का अधिकार रखता है। हालांकि प्रधानमंत्री के पास विभागों को सौंपने के लिए विवेकाधीन अधिकार हैं, लेकिन महत्वपूर्ण पार्टी व्हिप को महत्वपूर्ण महत्व के विभागों को प्राप्त करना होगा, अन्यथा वे तुच्छ प्रकृति के कार्यालयों को स्वीकार नहीं करेंगे।
राज्यों के साथ समन्वय करना: प्रधानमंत्री का कार्य केंद्र और राज्य के बीच समन्वय स्थापित करना भी है। ताकि इन दोनों के बीच कोई विवाद ना हो, और दोनों सरकारें एक दूसरे के साथ मिलकर जनता की भलाई के लिए कार्य कर सकें।
राष्टपति के साथ समन्वय करना: जैसा की मैंने ऊपर बताया की प्रधानमंत्री सरकार का मुख्या होता है, लेकिन राष्टपति राष्ट का मुख्या होता है, ऐसे में प्रधानमंत्री का यह दायित्व है की वो राष्टपति को समय समय पर कार्यो और योजनाओ के बारे में बताते रहे, और राष्टपति के साथ समन्वय स्थापित करें।
देश के विकास के लिए जिम्मेदार: क्युकी प्रधानमंत्री चुन कर आता है, तो उसको जनता की अपेक्षा और आकांक्षाओं का पूरा ध्यान रखता होता है। सरकार और मंत्रिपरिषद गठित करने के बाद उसको सभी के कार्यो को बाटना होता है। ताकि देश के विकास पर सभी लोग एक समान एक गति से कार्य कर सकें।
राष्ट की सुरक्षा की जिम्मेदारी: वैसे तो इस कार्य के लिए रक्षा मंत्री और ग्रह मंत्री जिम्मेदार होते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री को इन दोनों के साथ मिलकर राष्ट की बाहरी और आंतरिक सुरक्षा का कार्यभार देखना होता है। अगर देश की सुरक्षा में कोई भेद होता है, तो इसके लिए प्रधानमंत्री के द्वारा ही ठोस कदम उठाये जाते हैं।
राष्ट को अंतराष्टीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करना: प्रधानमंत्री अपने देश को दूसरे देशो में प्रतिनिधित्व करता है। दूसरे देशो के साथ अच्छे सम्बन्ध रखना, व्यापर को आगे बढ़ाना, कमज़ोर मुल्को की मदद करना, एवं दुनिया की राजनीती आर्थिक स्तिथि पर ध्यान केंद्रित करना भी पीएम का काम है।
अंत में – वैसे तो यह आर्टिकल हमने केवल पीएम की सैलरी के लिए लिखा था, लेकिन इसमें हमने उनसे जुड़े कुछ और संक्षिप्त महत्वपूर्ण जानकारी आपके साथ शेयर की है।
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