आर्टिकल में टॉपिक – मुखिया कैसे बनते हैं ? मुखिया क्या होता है। मुखिया किसे कहते हैं। मुखिया कैसे बने हिंदी में जानिये। मुखिया (ग्राम प्रधान) कैसे बने ?
जैसा की हम सभी जानते है की भारत को एक क़ृषि प्रधान देश कहा जाता है, इसके पीछे कारण यह है की भारत मे एक पड़े पैमाने पर किसानी की जाती है, आप भारत के किसी भी गाँव मे चले जाएँ वहाँ आपको किसी ना किसी छेत्र मे किसान मिल जायेंगे जो अपना जीवन यापन क़ृषि से ही पूरा कर रहे है, किसानी से मिलने वाले अनाज को जब बाजार मे बेचा जाता है तो उससे किसान को लाभ होता है। लेकिन यहाँ हम आपको बताना चाहेंगे की हर वर्ष की खेती मे किसान को होने वाला लाभ निश्चित नहीं होता है, किसान को होने वाला लाभ इस बात पर निर्भर करता है की इस वर्ष मानसून किस तरह रहा है, यदि किसी छेत्र मे आवश्यकता से अधिक बरसात होती है तो फसल को काफ़ी हानि पहुँचती है जिसके कारण किसान को मिलने वाला लाभ घाटे मे बदल जाता है, इस तरह की और भी बहुत सी समस्या किसान खेती करते समय झेलता है, इन्ही समस्याओ को ध्यान मे रखते हुए प्रत्येक ग्राम सभा के द्वारा ग्रामीण स्तर पर उस छेत्र की तरक्की और खेती से सम्बंधित सभी समस्याओ के निवारण के लिए शासनिक प्रतिनिधि के रूप मे प्रत्यक्ष रूप से ग्राम प्रधान या मुखिया का चयन किया जाता है। आज के अपने इस आर्टिकल मे हम आपसे इसी विषय पर बात करने वाले है की मुखिया कौन होता है, उसके कार्य क्या क्या होते है, और यदि कोई व्यक्ति ग्राम का मुख्य बनना चाहता है तो इसके लिए किन योग्यताओं की आवश्यकता होती है। Mukhiya Kaise Bane तो आइये विस्तार से इस विषय पर अपनी समझ बनाते है।
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मुखिया कौन होता है?
सरल शब्दों में समझा जाए तो गांव मैं होने वाली हर समस्या के निवारण के लिए अलग-अलग तरह की योजनाओं का निर्माण सरकार करती रहती है, मान लीजिए किसी किसान को खेती करने में कोई समस्या आ रही है और उसकी आर्थिक स्थिति इतनी बेहतर नहीं है कि वह खुद उसका निवारण कर सके ऐसी स्थिति में उसके समस्या का समाधान गांव के मुखिया द्वारा निकाला जाता है ताकि वह किसान बिना किसी समस्या के खेती कर सके, गांव का मुखिया ग्राम विकास अधिकारी के साथ मिलकर कार्य करता है जो कि ग्राम की सबसे छोटी प्रशासनिक इकाई होती है। गांव का मुखिया ग्राम पंचायत का अध्यक्ष होता है जो गांव के विकास और उन्नति के लिए अलग-अलग तरह के फैसले लेता है जिससे गांव का विकास हो सके और आने वाली समस्या का निवारण किया जा सके।
मुखिया (ग्राम प्रधान) कैसे बने ?
जैसा कि भारत में होने वाले हर चुनाव को बहुत ज्यादा महत्व दिया जाता है उसी प्रकार ग्राम के मुखिया के चुनाव के लिए भी बहुत तैयारी की जाती है चुनाव में अपनी दावेदारी देने वाले लोग बहुत लंबे समय से इसकी तैयारी करते हैं और गांव में प्रचार करते हैं, ग्राम के मुखिया का चुनाव जनता के द्वारा ही किया जाता है जिस व्यक्ति को सबसे ज्यादा मत दिए जाते हैं और जनता उसे सबसे ज्यादा पसंद करती है उसी व्यक्ति को गांव का मुखिया बना दिया जाता है,आपकी जानकारी के लिए हम आपको यह बताना चाहेंगे कि ग्राम मुखिया को 1000 की जनसंख्या पर चुना जाता है, जो अपने क्षेत्र में होने वाली हर समस्या के समाधान के लिए कार्य करते रहते हैं और गांव में होने वाले हर कार्य पर अपनी नजर रखते हैं ताकि किसी भी कार्य में कोई रुकावट ना आए।
चुनाव की प्रक्रिया क्या होती है?
गांव के मुखिया या ग्राम के प्रधान का जो चुनाव होता है यह काफी महत्वपूर्ण चुनाव माना जाता है क्योंकि इसकी प्रक्रिया काफी अलग है,प्रत्येक 5 वर्ष में ग्राम प्रधान का चुनाव कराया जाता है यदि कोई व्यक्ति ग्राम का मुख्य बनना चाहता है या फिर प्रधान बनना चाहता है तो उसे लगभग 5 साल पहले से ही अपनी तैयारी शुरू करनी पड़ती है और लोगों के बीच में जाकर अपनी लोकप्रियता प्राप्त करनी पड़ती है उसके बाद ही उस व्यक्ति के जीतने के प्रतिशत बढ़ते हैं।
राज्य सरकार ग्राम मुखिया के चुनाव के लिए पहले से ही स्वीकृति दे देती है उसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग ग्राम प्रधान या ग्राम के मुखिया के चुनाव कराने के लिए घोषणा कर देता है,इस घोषणा के बाद यह समय दिया जाता है कि इस समय अवधि तक आप चुनाव के लिए पर्चा दाखिल कर सकते हैं और इसके साथ ही यदि कोई व्यक्ति अपना नाम वापस लेना चाहता है तो उसे भी उसी दिए गए समय के अंतर्गत ही अपना नाम वापस लेना पड़ता है यदि दिए गए निर्देशों के बाद यह कार्य करने करने का प्रयास करेगा तो वे इसमें सफल नहीं हो पाएगा।
आचार संहिता के अनुसार जब कोई व्यक्ति गांव के मुखिया के लिए आवेदन करता है और उसको जब चुनाव चिन्ह मिल जाता है तो वह अपने चुनाव चिन्ह के माध्यम से ही अलग-अलग गांव के क्षेत्रों में जाकर प्रचार करने लगता है ताकि लोग उसको ज्यादा जान सके, इसके साथ ही वह अपने किए जाने वाले कार्यों को लेकर अलग-अलग वादे लोगों से करता है और यह भरोसा दिलाने का प्रयास करता है कि यदि वह ग्राम का मुखिया बनेगा तो इससे उनको काफी लाभ हो सकता है इन्हीं सब वादों और प्रचार से गांव का मुखिया बनने के प्रतिशत ज्यादा बढ़ जाते हैं, इसलिए कई बार देखा जाता है कि लोग बढ़-चढ़कर अलग-अलग तरह के वादे लोगों से करते हैं, अब वह बात अलग है कि वह मुखिया बनने के बाद उस किए गए वादों को कितना निभा पाते है।
जब प्रचार करने की विधि पूरी हो जाती है और ग्राम मे चुनाव कराया जाता है उसके बाद मतदान का परिणाम आना होता है मतदान की गणना की जाती है और जिस भी व्यक्ति को सबसे ज्यादा जनता द्वारा मत दिए जाते हैं उस व्यक्ति को ग्राम का मुखिया या ग्राम का प्रधान घोषित कर दिया जाता है, इसका अर्थ यह है कि आने वाले 5 सालों तक वह गांव में होने वाले हर कार्य को अपने ढंग से करा सकता है और गांव के उन्नति और विकास के लिए अलग-अलग तरह की योजनाएं बना सकता है, जीतने के बाद निर्वाचन अधिकारी प्रत्याशी को प्रमाण पत्र भी देते हैं।
मुखिया बनने के लिए योग्यता
हम उम्मीद करते है आप बेहतर ढंग से समझ गए होंगे कि एक गांव के मुखिया का कार्य क्या होता है और गांव के मुखिया के चुनाव प्रक्रिया किस तरह की होती है तो आइए विस्तार से जानने की कोशिश करते हैं कि गांव के मुखिया बनने के लिए किन-किन योग्यताओं की आवश्यकता पड़ती है जिसके आधार पर ही आप गांव के मुखिया के लिए आवेदन कर सकते हैं, तो यदि आप गांव के मुखिया बनने के लिए आवेदन करना चाहते हैं अगर आपका कोई संबंधी गांव का मुख्या बनना चाहता है तो इन योग्यताओं को ध्यान में रखना आपके लिए बेहद जरूरी है, जो इस प्रकार हैं.
(4.1) यदि कोई व्यक्ति गांव का मुख्य बनना चाहता है या गांव का प्रधान बनना चाहता है तो इसके लिए सबसे पहली शर्त यह है कि उस व्यक्ति का निवास स्थान वही होना चाहिए अर्थात वे व्यक्ति उसी जगह का या उसी गांव का निवासी होना चाहिए तभी वह गांव के मुखिया के या गांव के प्रधान के लिए आवेदन कर सकेगा, यदि आप कहीं और रहते हैं और आप का निवास स्थान कुछ और है तो आप दूसरी जगह जाकर गांव के मुखिया के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे, अगर आप गांव के मुखिया के चुनाव के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको उसी गांव का निवासी होना जरूरी है।
(4.2) कुछ ग्राम मुखिया के चुनाव के लिए यह शर्त रखी जाती है कि यदि आप 10वीं या 12वीं कक्षा पास है तभी आप चुनाव में आवेदन कर सकते हैं, यदि आप 10वीं 12वीं कक्षा में उत्तीर्ण नहीं है तो आप चुनाव में आवेदन नहीं कर सकते हैं, हालांकि यह सिर्फ कुछ ही गांव में है अधिकतर गांव में इस तरह की शर्त नहीं रखी जाती।
(4.3) भारत के अलग-अलग ग्राम क्षेत्र में चुनाव के लिए योग्यताएं अलग-अलग रखी गई है जैसा की राजस्थान में यदि आप ग्राम का मुख्य बनना चाहते हैं तो उसके लिए आपको आठवीं कक्षा पास होना जरूरी है लेकिन कुछ समय बाद इस शर्त को भी हटा दिया, उसी प्रकार हरियाणा में भी यदि आप गांव का मुख्य बनना चाहते हैं या ग्राम प्रधान बनना चाहते है तो उसके लिए आपको दसवीं कक्षा पास होना अनिवार्य है यदि आप दसवीं कक्षा से कम पड़े हैं तो आप चुनाव में आवेदन नहीं कर सकते हैं और चुनाव में हिस्सा नहीं ले सकते हैं।
ग्राम के मुखिया का वेतन
अब बात करते हैं उस सवाल कि जो लोगों द्वारा सबसे ज्यादा पूछा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति ग्राम का प्रधान है या गांव का मुख्या बनता है तो उसका वेतन कितना होता है और वह कितना पैसा कमाता है, तो आपकी जानकारी के लिए हम यह बताना चाहेंगे कि गांव के मुखिया का वेतन अलग अलग राज्य और अलग-अलग गांव के आधार पर होता है हर राज्य और हर गांव के मुखिया का वेतन अलग होता है, बात की जाए उत्तर प्रदेश के मुखिया की तो वहां मुखिया को 35 सौ से लेकर ₹15000 तक सरकार द्वारा दिए जाते हैं इसके अलावा उस मुखिया को अन्य कार्यों के लिए भी पैसा दिया जाता है अब मान लीजिए कि गांव के मुखिया को गांव की समस्या के समाधान के लिए गांव से बाहर जाना पड़ता है तो उसके बाहर जाने का जितना भी खर्चा होगा वे सभी सरकार उठाएगी, इसके अलावा गांव के मुखिया को वेतन के अलावा सरकार की तरफ से काफी सुविधाएं मिलती रहती हैं और सबसे बड़ा लाभ यह है कि जब आप एक गांव के मुखिया बन जाते हैं तो लोग आपको बहुत ज्यादा सम्मान देने लगते हैं और वह आपकी हर बात को मानने लगते हैं, यही कारण है कि लोग गांव के मुखिया बनने के लिए काफी मेहनत करते हैं और कई वर्षों से इस की तैयारी में लग जाते हैं ताकि इसके चुनाव में जीत कर गांव का मुखिया बन सके।
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मुखिया बनने में कितना खर्चा होता है ?
यह आपके क्षेत्र और इलेक्शन निति पर निर्भर करता है।
मुखिया बनकर कितना पैसा कमा सकते हैं ?
कृपया इस तरह के समाजसेवा में अवसर न ढूंढे। ईमानदारी से आप इसमें काम कर सकते हैं।
मुखिया इलेक्शन कैसे जीतें ?
इलेक्शन जीतने के लिए रणनीति की जरुरत होती है ? यह आपके कार्य पर निर्भर करता है।
संक्षिप्त मे
हम उम्मीद करते हमारे आज के आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको काफ़ी जानकारी प्राप्त होगी इस आर्टिकल मे हमने आपको बताया है कि अगर आप गांव का मुख्या बनना चाहते हैं या फिर आप जानना चाहते हैं कि गांव का मुख्या बनने के लिए क्या-क्या करना होता है और उसकी चुनाव प्रक्रिया क्या होती है, तो इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको इन सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे, इस आर्टिकल में हमने आपको विस्तार से गांव के मुखिया के बारे में बताने का प्रयास किया है, यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आता है उससे कोई जानकारी प्राप्त होती है तो हम आपसे निवेदन करना चाहेंगे कि इसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट से जरूर शेयर करें ताकि अधिक से अधिक लोगों तक यह जानकारी पहूँच सके क्योंकि अभी भी ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो गांव के मुखिया और ग्राम के प्रधानी के चुनाव के बारे में अधिक जानकारी नहीं रखते हैं तो यदि आप उन तक हमारा यह आर्टिकल शेयर करेंगे तो उनको काफी जानकारी मिल जाएगी।
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