जैसा कि आप जानते हैं कि इंटरनेट पर वर्तमान समय में ऐसे बहुत सारे प्लेटफार्म मौजूद है जिनका इस्तेमाल करके आप अपनी खुद की वेबसाइट बना सकते हैं आप ऐसे में इंटरनेट पर आपको दो तरह के प्लेटफार्म मिलेंगे पहला प्लेटफार्म ऐसा होता जिसमें आपको वेबसाइट बनाने के लिए किसी भी तरह का कोई पैसा देने की आवश्यकता नहीं पड़ती और आप फ्री में वेबसाइट बना लेते हैं, लेकिन कुछ प्लेटफार्म ऐसे भी हैं जो वेबसाइट बनवाने के लिए आपसे पैसे लेते हैं और आपको वेबसाइट बनाने के लिए वेब होस्टिंग और डोमेन खरीदना पड़ता है उसके बाद ही आप अपनी वेबसाइट बना पाते हैं, आप मे से ऐसे बहुत सारे लोग होंगे जो यह नहीं जानते होंगे कि डोमेन क्या होता है और डोमेन का इस्तेमाल किस तरह से किया जाता है और इसकी आवश्यकता क्यों होती है लेकिन अगर आप अपनी खुद की वेबसाइट बनाना चाहते हैं तो आपको इसकी जानकारी होना बहुत ज्यादा जरूरी है तो आज इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए हम आपके लिए आर्टिकल लेकर आए हैं जिसमें हम आपको बताने जा रहे हैं कि डोमेन क्या होता है डोमेन का इस्तेमाल क्यों किया जाता है, तो अगर आपको डोमेन के बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं है और आप जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं कि Domain का मतलब क्या होता है तो आज के हमारे आर्टिकल को शुरू से लेकर अंत तक ज़रूर पढ़े इस आर्टिकल में आपको पता लगेगा कि डोमेन क्या होता है, जिससे आपको अपनी वेबसाइट बनाने में काफी मदद मिलेगी, तो आइए ज्यादा समय न लेते हुए जानते हैं कि डोमेन नेम क्या होता है, डोमेन का मतलब क्या होता है।
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डोमेन नेम क्या है?
डोमेन का मतलब वेबसाइट के ब्रांड नाम से है, जिसे ओपन करके आप वेबसाइट पर पहुंचते हैं। उदाहरण के लिए इस वेबसाइट का नाम कोन्टक्टभैया डॉट कॉम है। तो इसका डोमेन नाम भी यही है। इसी तरह गूगल डॉट कॉम और फेसबुक डॉट कॉम भी है।
Abhinav Mishra
जिन लोगों को डोमेन नेम की जानकारी नहीं है उनकी जानकारी के लिए हम बताना चाहेंगे कि जब भी इंटरनेट पर किसी भी तरह की कोई वेबसाइट बनाई जाती है तो उस वेबसाइट के पूरा होने के बाद उस वेबसाइट का आईपी एड्रेस दिया जाता है, आई पी की फुल फॉर्म इंटरनेट प्रोटोकोल होता है, ज़ब आप अपनी वेबसाइट बनाकर तैयार कर लेंगे उसके बाद आपको आईपी एड्रेस दिया जाता है जो कई अंकों में होता है. उदाहरण के लिए आप यह देख सकते हैं 17.28.387.278 आपने भी कई बार इस तरह की आईपीएड्रेस देखे होंगे, जब इन आईपी ऐड्रेस को कंप्यूटर में दर्ज किया जाता है तो कंप्यूटर समझ जाता है कि आप किस वेबसाइट को ओपन करने वाले हैं लेकिन हर व्यक्ति के लिए इस तरह के आईपी एड्रेस याद रखना लगभग असंभव है और ज्यादातर लोग ip-address याद नहीं कर पाते हैं इसीलिए उन लोगों की सुविधा के लिए डोमेन नेम का इस्तेमाल किया जाता है।
डोमेन नेम होने के कारण आपको इन आईपी ऐड्रेस को याद करने की आवश्यकता नहीं होती है डोमेन नेम आप के काम को आसान बना देता और आप आसानी से किसी भी वेबसाइट तक पहुंच सकते हैं, और जब कंप्यूटर में या फिर ब्राउज़र में आप जब भी किसी डोमेन नेम को दर्ज करते हैं तो ब्राउज़र समझ जाता है कि आप किस वेबसाइट पर जाना चाहते हैं उदाहरण के लिए हम आपको बता सकते हैं कि जिस तरह से गूगल का डोमेन नेम google.com है और यूट्यूब का डोमेन नेम youtube.com है उसी तरह से अलग अलग वेबसाइट के अपने अलग डोमेन नेम होते हैं, हम आपकी जानकारी के लिए आपको यह भी बताना चाहेंगे कि हर वेबसाइट का अपना अलग डोमेन नेम होता है ऐसा नहीं हो सकता है कि किसी दो वेबसाइट का डोमेन नेम एक जैसा हो इसलिए, जब भी आप कोई नई वेबसाइट बनाएंगे तो आपको उसका अलग – अलग डोमेन जरूर मिलेगा।
डोमेन नेम कितने तरह के होते हैं?
डोमेन नेम दो तरह के होते हैं जो और वेबसाइट के अलग डोमेन बनाने में मदद करते हैं, जिनमें पहला डोमेन नेम होता है TLD जिसे टॉप लेवल डोमेन भी कहा जाता है और दूसरा होता है CCTLD जिसे कंट्री कोड टॉप लेवल डोमेन के नाम से भी जाना जाता है यह दोनों ही अलग-अलग तरह के डोमेन वेबसाइट के लिए बनाते हैं तो आइए उन दोनों के ही बारे में थोड़ा विस्तार से जान लेते हैं ताकि आपको वेबसाइट बनाने में किसी तरह की कोई समस्या ना आए,
TLD टॉप लेवल डोमेन
आपने बहुत सारी वेबसाइट के अंत मे .com, .org, .net, . Gov,. Edu देखा होगा यह एक टॉप लेवल डोमेन होते हैं जिनका एक्सटेंशन इस तरह का होता है, अब आपके मन में यह सवाल भी जरूर आया होगा कि इन्हें टॉप लेवल डोमेन क्यों कहा जाता है इन्हें टॉप लेवल डोमेन इसलिए कहा जाता है क्योंकि इनका उपयोग विश्व स्तर पर सूचना के लिए किया जा सकता है इसलिए इन्हें टॉप लेवल डोमेन कहा जाता है।
कंट्री कोड टॉप लेवल डोमेन
यह वह डोमिन होता जिनका एक्सटेंशन .in, .us, . br, . ch होता है अगर किसी वेबसाइट में आपको लास्ट में डॉट इन (.IN) दिखाई देता है तो इसका मतलब यह है कि वह भारत पर लक्ष्य निर्धारित करके ही सूचना पहुंचती है।
Domain कैसे खरीदें ?
अब तक आप अच्छे से समझ गए होंगे कि डोमेन असल में होता क्या है और इसकी आवश्यकता हमें क्यों होती है आइए अब जानते हैं की आप डोमेन को किस तरीके से खरीद सकते हैं अगर आप अपनी खुद की वेबसाइट बनाने वाले हैं या फिर अपना खुद का ब्लॉक बनाने वाले हैं और उसके लिए आपको डोमेन की आवश्यकता पड़ रही है तो हम आपको नीचे कुछ वेबसाइट के नाम बताने जा रहे हैं जिसका इस्तेमाल करके आप डोमेन खरीद सकते हैं.
bigrock
अगर आप अपनी वेबसाइट के लिए डोमेन प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको डोमेन सर्विस प्रोवाइडर के द्वारा डोमेन रजिस्टर्ड कराना होगा, बिग्रॉक एक ऐसा ही प्लेटफार्म है जो आपको डोमेन नेम प्रदान करता है यदि आप अपनी वेबसाइट के लिए डोमेन नेम चाहते हैं तो आप इस प्लेटफार्म पर जाकर आसानी से अपनी वेबसाइट के लिए डोमेन प्राप्त कर सकते हैं।
Godaddy
हो सकता है आपने इस प्लेटफार्म का नाम पहले भी सुना हों क्योंकि इसका एडवर्टाइजमेंट बहुत अच्छे से किया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस प्लेटफार्म के साथ जुड़कर अपनी वेबसाइट के लिए डोमेन प्राप्त कर सके यदि आप भी अपनी वेबसाइट के लिए डोमिन प्राप्त करना चाहते हैं तो आप इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर सकते हैं यहां पर आपको आसानी से अपनी वेबसाइट के लिए डोमेन मिल जाएगा।
डोमेन कितने का आता है ?
अगर आप अपनी वेबसाइट के लिए डोमेन खरीदना चाहते हैं और यह जानना चाहते हैं कि डोमेन खरीदने के लिए आपको कितना पैसा देना होगा तो आपकी जानकारी के लिए आपको बताना चाहते हैं कि यह निर्भर करता है कि आप किस तरह का डोमेन खरीद रहे हैं, डोमेन की क़ीमत डोमेन एक्सटेंशन के आधार पर ही तय होती है की आप किस तरह का डोमेन खरीद रहे हैं, लेकिन हम आपकी जानकारी के लिए आपको यह बताना चाहेंगे कि यदि आप डोमेन खरीद रहे हैं तो इसमें आपको सालाना कम से कम ₹100 देना पड़ेगा, उसके बाद जैसे-जैसे आप और बेहतर डोमेन खरीदेंगे उसकी कीमत भी उतनी ज्यादा ही होगी लेकिन अगर आप एक डोमिन खरीदना चाहते हैं तो उसकी कम से कम कीमत ₹100 तो होगी ही, साथ ही हम आपको यह भी बताना चाहते हैं कि यह हर साल में रिन्यू भी करना पड़ता क्योंकि अगर आप हर साल में इसकी पेमेंट नहीं करेंगे तो यह रद्द भी हो जाता है इसलिए अगर आप डोमेन खरीदने जा रहे हैं तो आपको इस बात की जानकारी होनी जरूरी है।
सवाल और उनके जवाब
(1) क्या डोमेन नेम खरीदना वेबसाइट के लिए जरूरी होता है?
जैसा कि आपने इस आर्टिकल में आपको बताया है कि जब भी आप अपनी कोई वेबसाइट बनाते हैं तो उसके लिए आपको एक आईपी एड्रेस दिया जाता है उस आईपीएड्रेस के माध्यम से ही वेबसाइट ओपन होती है, लेकिन ip-address इतना कठिन होता जिसके कारण कोई भी व्यक्ति उसे याद नहीं कर सकेगा, क्योंकि कोई भी अगर इतना समय लेगा किसी वेबसाइट को याद करने में तो उसे समस्या हो सकती है, इसीलिए इस बात को ध्यान में रखते हुए डोमेन नेम का इस्तेमाल किया जाता है डोमेन नेम से किसी भी वेबसाइट तक पहुंच सकते हैं इसलिए अगर आपने अपनी वेबसाइट बनाई है और उसका डोमेन नहीं खरीदा है तो आपको आज ही डोमेन नेम खरीद लेना चाहिए इससे आपकी वेबसाइट को काफी फायदा होगा और लोग आपकी वेबसाइट तक आसानी से पहुंच सकेंगे।
(2) क्या गोडैडी या बिग्रॉक जैसे प्लेटफार्म से आसानी से डोमेन नेम खरीदा जा सकता है?
यदि आप अपनी वेबसाइट के लिए डोमेन नेम खरीदना चाहते हैं तो आप इन दोनों ही प्लेटफार्म के माध्यम से आसानी से अपनी वेबसाइट के लिए फ्री डोमेन नेम खरीद सकते हैं लेकिन अगर आपको किसी तरह की कोई समस्या आती है और आप नहीं समझ पा रहे हैं कि आपको डोमेन नेम किस तरह से खरीदना है तो आप किसी की सहायता ले सकते हैं जो इस काम को अच्छे से जानता हो और वह पहले भी वेबसाइट के लिए डोमेन नेम बना चुका हों इससे आप आसानी से अपनी वेबसाइट के लिए डोमेन नेम बना सकेंगे और इसमें आपका समय भी बच जाएगा।
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अंतिम शब्द
अगर आपको भी अभी तक नहीं पता था कि डोमेन नेम क्या होता है और इसकी आवश्यकता क्यों होती है और एक वेबसाइट बनाने के लिए यह कितना ज्यादा जरूरी होता है तो हम उम्मीद करते हमारे आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप जान सकेंगे कि एक डोमेन नेम का होना कितना जरूरी होता है और वेबसाइट बनाने के बाद आप डोमेन नेम किस तरह से खरीद सकते हमने इस आर्टिकल में आपको दो प्लेटफार्म के नाम भी बताएं है जिनका इस्तेमाल करके आप आसानी से अपनी वेबसाइट के लिए डोमेन नेम खरीद सकेंगे, आपको हमारा आर्टिकल कैसा लगा आप अपनी राय हमें कमेंट सेक्शन में जरूर दें, यदि आपको लगता है कि हमारे आर्टिकल में कुछ कमी है तो अपना सुझाव भी आप हमें कमेंट सेक्शन में दे सकते हैं यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया तो हम आपसे निवेदन करना चाहेंगे इसे अपने मित्रों संबंधियों के साथ जरूर शेयर करें ताकि अगर वह भविष्य में अपनी वेबसाइट बनाए तो वह बाकी समस्याओं से बच सकें।
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