भारत में ज्यादातर शादीयां बैंड बाजों के साथ ही होती है, जहां पर आप का बहुत सारा पैसा लगा होता है, बहुत ज्यादा शोर शराबा होता है और उसके बाद आपकी शादी होती है, लेकिन भारत में यह प्रक्रिया धीरे-धीरे बदलनी शुरू हो गई है, अब लोग कोर्ट मैरिज करना पसंद कर रहे हैं, कोर्ट मैरिज के नाम से ही आपके दिमाग में बहुत सारे सवाल आ गए होंगे क्योंकि ज्यादातर लोगों को इसके बारे में नहीं पता होता है, कोर्ट मैरिज में आप अपना शादी में लगने वाला पैसा अपने भविष्य के लिए सुरक्षित कर सकते हैं, अब ज्यादातर लोग अपने पैसे बचाकर कोर्ट मैरिज के माध्यम से शादी करना पसंद कर रहे हैं, क्योंकि यहां पर उनको ज्यादा दिखावा भी नहीं करना होता, और शोर-शराबे से बचकर वे शांति में शादी करना पसंद कर रहे हैं। अगर आप भी कोर्ट मैरिज करने की सोच रहे हैं लेकिन आपको उसके बारे में कोई ज्यादा अधिक जानकारी नहीं है तो घबराने की कोई बात नहीं है, आज हम अपने आर्टिकल के माध्यम से आपको कोर्ट मैरिज से जुड़े सभी सवालों के जवाब देने का पूरा प्रयास करेंगे, साथ ही विस्तार से जानेंगे कि कोर्ट मैरिज क्या होता है, इसके लिए आपको क्या-क्या करना होता है, और आपको किन दस्तावेजों को तैयार रखना है अगर आप कोर्ट मैरिज करना चाहते हैं तो, तो आइए ज्यादा समय न लेते हुए जानते हैं कि कोर्ट मैरिज कैसे करें। कोर्ट मैरिज (Court Marriage) कैसे करें?
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कोर्ट मैरिज क्या है?
कोर्ट मैरिज एक ऐसी प्रक्रिया है जो भारत में होने वाली आम शादियों से बिल्कुल अलग है, यहां पर आपको किसी तरह का कोई शोर-शराबा करने की कोई जरूरत नहीं है, आप जिससे शादी करना चाहते हैं आप उसके साथ रजिस्ट्रार ऑफिस में जाकर हस्ताक्षर करके शादी संपन्न कर सकते हैं, आप यहां पर परंपरागत रूप से होने वाली रस्मों से भी बच जाते हैं, और विवाह में लगने वाला काफी पैसा बचा लेते हैं। कोर्ट मैरिज किसी भी धर्म और संप्रदाय के लोगों की शादी करा सकता है यहां तक की कोर्ट मैरिज के माध्यम से कोई विदेशी और भारतीय भी शादी कर सकते हैं। वर्तमान समय में ऐसे लोगों की संख्या बहुत अधिक है जो कोर्ट मैरिज कर चुके हैं यहां तक कि उनमें सेलिब्रिटी भी शामिल है।
कोर्ट मैरिज के लिए ध्यान मे रखने वाली बातें
अगर आप कोर्ट मैरिज करना चाहते हो तो इसके लिए आप को ध्यान में रखना होगा कि आपका पहले कोई विवाह ना हुआ हो यदि आपका पहले कोई विवाह हुआ है तो वह वर्तमान समय मे वह वैध ना हो उसके बाद ही आप वर्तमान समय में कोई दूसरी शादी कर सकते हैं, इसलिए कोर्ट मैरिज करने से पहले यदि आप पहले से ही विवाहित हैं तो आप कोर्ट मैरिज नहीं कर सकते हैं।
कोर्ट मैरिज करने के लिए पुरुष की आयु कम से कम 21 वर्ष होनी जरूरी है और वही लड़की की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी जरूरी है, उसके बाद ही आप विवाह कर कर सकते है, यदि पुरुष की आयु 21 वर्ष से कम है या लड़की की आयु 18 वर्ष से कम है तो आप कोर्ट मैरिज नहीं कर सकते हैं क्योंकि यह कानून के खिलाफ होता है।
कोर्ट मैरिज करने के लिए आपके और आपके जीवन साथी की मानसिक स्थिति बेहतर होनी चाहिए, यदि आप किसी बड़ी बीमारी से पीड़ित है तो आप कोर्ट मैरिज नहीं कर सकते इसलिए इन सब बातों का को कोर्ट मैरिज करने से पहले विशेष ध्यान रखें।
कोर्ट मैरिज करने के लिए जिस स्थान पर आप रहते हैं उस स्थान से संबंधित सभी दस्तावेज आपको कोर्ट मैरिज करने के लिए जमा कराने होंगे, जिससे वह आपकी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे, उसके बाद आप कोर्ट मैरिज कर सकेंगे।
कोर्ट मैरिज कैसे करें
अगर आप कोर्ट मैरिज करने की सोच रहे हैं और आपको इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है तो आइए जानते हैं कि किन चरणों का प्रयोग करके आप कोर्ट मैरिज कर सकते हैं,कोर्ट मैरिज करने से पहले आपको अपने जिला के विवाह अधिकारी को सूचित करना होगा, यह सूचना विवाह करने वाले दोनों पक्ष लिखित रूप से अपने जिले के विवाद अधिकारी को सूचित कर सकते हैं और उसके बाद आप कोर्ट मैरिज कर सकेंगे।
उसके बाद जिले के जिलाधिकारी आपके विवाह की सूचना को प्रकाशित कर देते हैं, उसकी एक कॉपी कार्यालय में और दूसरी कॉपी उस जिला कार्यालय में जहां आप स्थाई रूप से निवास करते हैं, वहां प्रकाशित की जाती है।
यदि आपके विवाह में कोई व्यक्ति आपत्ति दर्ज करता है तो इसके लिए आपको 30 दिन का इंतजार करना होगा, क्योंकि 30 दिन तक आपके विवाह की ठीक तरह से जांच पड़ताल होती है, जिसके बाद ही आप विवाह कर पाएंगे, यदि दर्ज की गई आपत्ति सही होती है तो आप का विवाह संपन्न नहीं हो पाएगा, और यदि किसी के द्वारा दर्ज की गई आपत्ति को ठीक नहीं पाया जाता है तो आप विवाह कर सकते हैं। हम आपकी जानकारी के लिए आपको बताना चाहेंगे कि यह आपत्ति कोई भी दर्ज करा सकता है, आपके कोई करीबी दोस्त या आपके रिश्तेदार भी आपके विवाह के लिए आपत्ति दर्ज कर सकते हैं, इसलिए इन सब बातों का विशेष ध्यान रखें।
उसके बाद दोनों पक्षों के हस्ताक्षर होते हैं और साथ ही आपके साथ तीन गवाह होना जरूरी है, जिनके हस्ताक्षर भी आपके विवाह के लिए लगेंगे, यदि आप गवाह का इंतजाम नहीं कर पाते हैं तो आप कोर्ट मैरिज नहीं कर सकेंगे, इसलिए आपको तीन गवाह की जरूरत पड़ेगी इसलिए उनको पहले से ही सूचित कर दें। और फिर विवाह अधिकारी की उपस्थिति में आपका फॉर्म स्वीकार किया जाता है।
जब आप इन सभी प्रक्रिया से गुजर जाते हैं, उसके बाद आप का विवाह संपन्न हो जाता है और कोर्ट की तरफ से आपको एक आपके विवाह का प्रमाण पत्र दे दिया जाता है, जिसमें दोनों पक्षों के हस्ताक्षर और आपके साथ जो गवाह है उनके भी हस्ताक्षर उस प्रमाण पत्र में होते हैं, और आप का विवाह संपन्न हो जाता है।
कोर्ट मैरिज एप्लीकेशन फॉर्म – अप्लाई कैसे करे
भारत में रहने वाला हर व्यक्ति कोर्ट मैरिज के लिए अप्लाई कर सकता है, जिसके लिए आपको सबसे पहले रजिस्ट्रार ऑफिस में नोटिस देना होगा, क्योंकि अगर आप कोर्ट मैरिज करने की सोच रहे हैं और उसके लिए अप्लाई करना चाहते तो सबसे पहले आपको रजिस्ट्रार ऑफिस मे यह सूचना देनी होगी नोटिस के तौर पर, उसके बाद ही आप कोर्ट मैरिज के लिए अप्लाई कर सकेंगे।
मैरिज के लिए आवश्यक दस्तावेज
अगर आप कोर्ट मैरिज करना चाहते हैं तो आपको अपने दस्तावेज भी पूरे करके रखने होंगे यदि आप के दस्तावेज खो गए हैं या फिर आपके पास दस्तावेज नहीं है तो आपको कोर्ट मैरिज करने में काफी परेशानी हो सकती है, इसलिए अपने सभी दस्तावेजों को पूरी तरह से तैयार रखें, कोर्ट मैरिज के लिए दस्तावेज निम्न प्रकार है,
- कोर्ट मैरिज करने के लिए सबसे पहले आपको आवेदन पत्र देना होगा और उसके साथ लगने वाला जो शुल्क होता है वह आपको भुगतान करना होगा।
- कोर्ट मैरिज करने के लिए आपके पास पहचान पत्र, आधार कार्ड या ड्राइविंग होना जरूरी है।
- आपकी 10वीं या 12वीं की मार्कशीट और जन्म प्रमाण पत्र आपके पास होना जरूरी है।
- कोर्ट मैरिज करने के लिए आपको एक शपथ पत्र देना होता है, जिसमें आप यह सुनिश्चित करते हैं कि दोनों पक्षों में से कोई भी व्यक्ति किसी अवैध रिश्ते में नहीं है, और वह अपनी इच्छा से यह शादी करना चाहते हैं।
- यदि आप दूसरा विवाह कर रहे हैं तो आपके पास पहले विवाह के सभी डिवोर्स पेपर होने जरूरी है, और यदि पहली शादी मैं पति या पत्नी में से किसी का निधन हो गया है तो उसका डेथ सर्टिफिकेट आपके पास होना जरूरी है, उसके बाद ही आप दूसरा विवाह कोर्ट मैं कर पाएंगे।
- कोर्ट मैरिज करने के लिए आपको गवाहों की जरूरत पड़ती है, साथ ही उन गवाहों की फोटो और कोई एक आईडि कोर्ट में जमा करानी होती है।
जरूरी बात
हम आपकी जानकारी के लिए आपको बताना चाहेंगे कि आगर एक बार आप कोर्ट मैरिज कर लेते हैं, और उसके बाद आपके विवाह में कोई परेशानी होती है और आपको ऐसा लगता है कि आपको डिवोर्स ले लेना चाहिए, तो आप विवाह के 1 वर्ष तक डिवोर्स नहीं ले सकते हैं, क्योंकि कोर्ट आपको मंजूरी नहीं देता है, सरल शब्दों मे बताया जाए तो शादी के 1 वर्ष तक दोनों पक्षों को साथ ही रहना होगा, बहुत कम केस में ऐसा होता है कि कोर्ट आपको 1 वर्ष से पहले ही तलाक देने की अनुमति दे देता है, अन्यथा ऐसा बहुत कम होता है।
लोगों द्वारा पूछे जाने वाले सवाल
कोर्ट मैरिज के लिए कितना पैसा लगता है?
अधिकतर लोग कोर्ट मैरिज इसलिए भी करना पसंद करते हैं क्योंकि इसमें उनका बहुत पैसा बच जाता है, क्योंकि कोर्ट में आपको किसी तरह का कोई भी पैसा देने की जरूरत नहीं होती है बस कोर्ट आपसे आवेदन करते समय 500 से 1000 रुपए शुल्क लेता है, उसके बाद कोर्ट आप से किसी भी प्रकार का कोई पैसा नहीं लेता और आपका विवाह करा देता है।
क्या किसी भी धर्म के लोग कोर्ट मैरिज कर सकते हैं?
जी बिल्कुल हम आपकी जानकारी के लिए आपको बताना चाहेंगे कि अगर आप भारतीय हैं और आप किसी भी धर्म के हैं तो इससे फर्क नहीं पड़ता है, आप कोर्ट मैरिज कर सकते हैं, क्योंकि कोर्ट में जो शादियां होती हैं वह आपकी बिल्कुल कानूनी तरीके से होती है ना की धार्मिक तरीके से, इसलिए आप किसी भी धर्म के हो आप कोर्ट मैरिज कर सकते हैं।
क्या कोर्ट मैरिज के बाद जोड़े साथ में रह सकते हैं ?
जी हाँ, कोर्ट मैरिज के बाद आप दोनों साथ में रह सकते हैं। इसके लिए अब आपके पास एक क़ानूनी अधिकार है।
कोर्ट मैरिज का फॉर्म कहाँ मिलता है ?
कोर्ट मैरिज से जुडी जानकारी आप नज़दीकी पुलिस स्टेशन से पा सकते हैं। या फिर आप किसी वकील से भी परामर्श ले सकते हैं।
क्या यहाँ से फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं ?
नहीं, यह कोई अथॉरिटी की वेबसाइट नहीं है, बल्कि आप अपने नज़दीकी डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर ऑफिस विजिट करना होगा।
अंतिम शब्द
यदि आप हाल फिलहाल में कोर्ट मैरिज करने की सोच रहे हैं, लेकिन आपके पास इससे संबंधित कोई ज्यादा जानकारी नहीं है तो हम उम्मीद करते हैं हमारे आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपके मन में कोर्ट मैरिज से संबंधित जो भी सवाल है वह सभी सवाल दूर हो जाएंगे, इस आर्टिकल में हमने आपको बताया है कि आप कोर्ट मैरिज किस तरह से कर सकते हैं, आपको किन किन बातों का विशेष ध्यान रखना होगा, साथ ही हमने आपको यह भी बताया कि अगर आप कोर्ट मैरिज के बाद तलाक लेने की सोच रहे हैं तो आपको इसमें कितना समय लगेगा। हम उम्मीद करते हैं हमारा आज का आर्टिकल आपके लिए काफी लाभदायक रहा होगा, यदि आपको हमारे आर्टिकल से कुछ जानकारी हासिल हुई और आपने कुछ सीखा है तो हम आपसे निवेदन करना चाहेंगे कि इसे उन लोगों तक जरूर शेयर करें जो कोर्ट मैरिज करने की सोच रहे हैं लेकिन उनके पास ज्यादा जानकारी नहीं है, हम उम्मीद करते हैं इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद उनके मन में कोर्ट मैरिज से संबंधित जो भी सवाल होंगे वह सभी सवाल दूर हो जाएंगे।
नोट – इस वेबसाइट पर क़ानूनी सलाह नहीं दी जाती है ,यहाँ दी गयी जानकारी न्यूज़ वेबसाइट और इंटरनेट पोर्टल से ली गयी है। अगर आप ऐसा करने की सोच रहे हैं, तो बिना क़ानूनी सलाह के कोई काम ना करे।
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